What is BIOS Legacy and UEFI boot mode in hindi | Go my class
- Go My Class
- Jul 11, 2021
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Updated: Mar 8, 2022
बूट मोड
दोस्तों, जैसा कि पिछले पोस्ट में आप लोगों ने बूटिंग प्रक्रिया के बारे में पढ़ा / सीखा। इस पोस्ट में हम बूटिंग मोड के बारे में जानेंगे।
कंप्यूटर में बायोस(Bios) के दो यूजर इंटरफेस होते हैं। पहला Legacy मोड और दूसरा यूईएफआई(UEFI) मोड। केवल पुराने हार्डवेयर घटकों(Components) के साथ Legacy बूट मोड का उपयोग किया जाता है और UEFI बूट मोड का उपयोग पुराने और नए हार्डवेयर घटकों के साथ किया जाता है। यानी UEFI Legacy बूट मोड का अपग्रेड और एडवांस वर्जन है।
बायोस(Bios)/Legacy बूट मोड क्या है?
बायोस का पूरा नाम बेसिक इनपुट आउटपुट सिस्टम है। इसे Legacy बूट मोड भी कहा जाता है। इसमें CUI (कैरेक्टर यूजर इंटरफेस) है। यह एक लो लेवल सॉफ्टवेयर है, जो मदरबोर्ड की चिप में स्टोर होता है। जब कंप्यूटर चालू होता है, तो BIOS आपके ऑपरेटिंग सिस्टम को बूट करने से पहले एक पोस्ट (पॉवर ऑन सेल्फ टेस्ट) से होकर गुजरता है। जो कंप्यूटर से जुड़े सभी हार्डवेयर डिवाइस को चेक करता है कि सभी हार्डवेयर डिवाइस ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं। जब पोस्ट की प्रक्रिया पूरी हो जाती है। तब BIOS मास्टर बूट रिकॉर्ड (एमबीआर) को रीड करता है। जो बूट डिवाइस में स्टोर होता है। बूटलोडर एमबीआर(MBR) का उपयोग करके लॉन्च किया जाता है। उसके बाद कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम को बूट करता है।
बायोस केवल 16 बिट मोड में काम करता है।
यह केवल 2.1 टीबी तक की ड्राइव को बूट कर सकता है।
बायोस का इस्तेमाल 1980 के दशक में MS-DOS कंप्यूटर में भी किया जाता था।
UEFI बूट मोड क्या है?
UEFI का पूरा नाम यूनिफाइड एक्स्टेंसिबल फर्मवेयर इंटरफेस है। UEFI कंप्यूटर सिस्टम में बूट प्रक्रिया के प्रबंधन के लिए एक प्रकार का यूजर इंटरफेस है। इसे इंटेल ने विकसित किया है। इसे बायोस का एडवांस वर्जन कहा जा सकता है। UEFI ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) है। जो माउस कर्सर को सपोर्ट करता है। UEFI, BIOS की तरह, कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम और उसके फर्मवेयर को जोड़ने का काम करता है। जब कंप्यूटर शुरू होता है, UEFI कंप्यूटर से जुड़े सभी हार्डवेयर घटकों की जांच करता है और ऑपरेटिंग सिस्टम को बूट करता है। इसकी सभी जानकारी और सेटिंग्स हार्ड डिस्क के EFI सिस्टम पार्टीशन में .efi के रूप में संग्रहीत की जाती हैं। यह 32 बिट और 64 बिट मोड दोनों को सपोर्ट करता है। यह आधुनिक और पुराने कंप्यूटर सिस्टम और हार्डवेयर का सपोर्ट करता है। UEFI का कार्य क्षमता बायोस(Legacy) मोड के तुलना में अधिक होती है। UEFI GPT और MBR दोनों फाइलों को पढ़ सकता है। UEFI निम्न स्तर का सॉफ्टवेयर है जो ऑपरेटिंग सिस्टम से पहले बूट होता है। UEFI एक आधुनिक टेक्नोलॉजी है जो बड़े हार्ड ड्राइव्स को सपोर्ट करता है और बहुत तेज गति से बूट होता है।
UEFI 2.2 टीबी से 9.4 जीटा बाइट तक ड्राइव को बूट कर सकता है।
UEFI 32 बिट और 64 बिट दोनों मोड में चल सकता है।
इसमें BIOS की तुलना में अधिक एड्रेस स्पेस होते है, जिसके कारण UEFI तेजी से बूट होता है।
UEFI सुरक्षा बूट सुविधा भी प्रदान करता है। यह बूटिंग के समय केवल प्रामाणिक ड्राइवरों और सर्विसेज को लोड करने की अनुमति देता है। ताकि कंप्यूटर चालू होने पर कोई मालवेयर लोड न हो सके।
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