Secondary memory in Hindi |Types of secondary memory in Hindi | Go My Class
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- Oct 30, 2020
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Updated: Mar 8, 2022
सेकेंडरी (द्वितीयक) मेमोरी
द्वितीयक मेमोरी कंप्यूटर का बाहरी संग्रहण उपकरण है। इसे कंप्यूटर का सहायक भंडारण उपकरण भी कहा जाता है। सेकेंडरी मेमोरी एक स्थायी स्टोरेज डिवाइस है क्योंकि इसमें स्टोर किए गए डेटा कंप्यूटर के बंद होने पर भी डिलीट नहीं होता है। जब आवश्यक हो, उपयोगकर्ता द्वितीयक मेमोरी में स्टोर डेटा को खोल और देख सकता है और इसे बदल सकता है और इसे हटा भी सकता है। माध्यमिक मेमोरी की भंडारण क्षमता प्राथमिक मेमोरी से अधिक है लेकिन इसमें डेटा ट्रांसफर की गति धीमी होती है। फ्लॉपी डिस्क, हार्ड डिस्क, सीडी/डीवीडी, पेनड्राइव, मेमोरी कार्ड आदि को सेकेंडरी मेमोरी कहा जाता है। क्योंकि वे अलग से लगाए जाते हैं।
सेकेंडरी मेमोरी के प्रकार हिंदी में
सेकेंडरी मेमोरी चार प्रकार की होती है:~
1. मैग्नेटिक टेप (Magnetic tape)
2. मैग्नेटिक डिस्क (Magnetic disk)
3. ऑप्टिकल डिस्क (Optical disk)
4. फ़्लैश ड्राइव (Flash drive)
1. मैग्नेटिक टेप :~ मैग्नेटिक टेप/चुंबकीय टेप देखने में बिलकुल किसी टेप रिकॉर्डर के कैसेट की तरह होता था. मैग्नेटिक टेप के प्लास्टिक के रिबन पर चुम्बकीय पदार्थ (आयरन ऑक्साइड और क्रोमियम ऑक्साइड) की परत चढ़ा होता था. जिस पर डाटा स्टोर करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक हेड का प्रयोग किया जाता था. मैग्नेटिक टेप पर स्टोर डाटा को रिकॉर्ड कहा जाता था. मैग्नेटिक टेप में कई बार डाटा स्टोर किया जा सकता था और मिटाया जा सकता था. मैग्नेटिक टेप बहुत सस्ते होते थे. लेकिन अब इसका प्रयोग बिलकुल बंद हो चूका है.
2. मैग्नेटिक डिस्क
चुंबकीय डिस्क दो प्रकार के होते हैं :~
1. फ्लॉपी डिस्क
2. हार्ड डिस्क ड्राइव
1. फ्लॉपी डिस्क :~ Floppy disk बहुत हिं पतले प्लास्टिक की एक गोल डिस्क होती थी, जो एक प्लास्टिक के कवर में बंद रहती थी. फ्लॉपी डिस्क पर चुम्बकीय पदार्थ की परत चढ़ी होती थी, जिस पर डाटा स्टोर किया जाता था. फ्लॉपी डिस्क में स्टोर डाटा को रीड करने के लिए कंप्यूटर में फ्लॉपी डिस्क रीडर का प्रयोग किया जाता था. फ्लॉपी डिस्क कंप्यूटर का स्टोरेज डिवाइस है, जिसका उपयोग कंप्यूटर में डाटा को स्टोर करने के लिए किया जाता था. फ्लॉपी डिस्क सेकेंडरी मेमोरी या एक्सटर्नल मेमोरी का हिस्सा है.
फ्लॉपी डिस्क आकार और भंडारण क्षमता के आधार पर दो प्रकार की होती है: ~
1. मिनी फ्लॉपी डिस्क :~ मिनी फ्लॉपी डिस्क का व्यास 3.5 इंच होता है और इसकी स्टोरेज क्षमता 1.44 MB होता है. मिनी फ्लॉपी डिस्क लगभग 360 RPM(revolution per minute) के स्पीड से घुमती है.
2. माइक्रो फ्लॉपी डिस्क :~ माइक्रो फ्लॉपी डिस्क का व्यास 5.5 इंच होता है और इसकी स्टोरेज क्षमता 2.88 MB होता है. इसकी गति मिनी फ्लॉपी डिस्क जितनी हिं होती है.
2. हार्ड डिस्क ड्राइव :~ हार्ड डिस्क ड्राइव कंप्यूटर का द्वितीयक स्टोरेज डिवाइस है। जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर में डाटा स्टोर करने के लिए किया जाता है। दुनिया की पहली हार्ड डिस्क ड्राइव 1960 में IBM (इंटरनेशनल बिजनेस मशीन) द्वारा बनाई गई थी। हार्ड डिस्क ड्राइव एक एल्यूमीनियम डिस्क होती है, जिस पर पदार्थ का लेप चढ़ा होता है। यह डिस्क एक अक्ष पर बहुत तेज़ी से घूमती है और इसकी गति को RPM में मापा जाता है। हार्ड डिस्क ड्राइव 7200 RPM और 5200 RPM की गति के साथ उपलब्ध हैं। पहली हार्ड डिस्क ड्राइव में 5MB की भंडारण क्षमता थी। और इसका वजन 250 किलो था। हार्ड डिस्क ड्राइव की भंडारण क्षमता बहुत अधिक होती है। वर्तमान में, 1 टेरा बाइट से लेकर 100 टेरा बाइट तक के हार्ड डिस्क बाजार में उपलब्ध हैं। हार्ड डिस्क ड्राइव डेटा को तेजी से स्टोर करती है और रीड(read) करती है। 80 के दशक में हार्ड डिस्क ड्राइव के पहले विभाजन(पार्टीशन) को 'सी' ड्राइव नाम दिया गया था। जब विंडोज को कंप्यूटर में इनस्टॉल किया जाता है, तो यह पहली बार 'C' ड्राइव में हिं इनस्टॉल होता है। कंप्यूटर का ऑपरेटिंग सिस्टम, सॉफ्टवेयर और कई तरह के एप्लिकेशन हार्ड ड्राइव पर स्टोर किए जाते हैं। हार्ड डिस्क ड्राइव डेटा को डिजिटल रूप से संग्रहीत करता है।
3. ऑप्टिकल डिस्क (Optical disk) :~ ऑप्टिकल डिस्क पॉली कार्बोनेट की एक गोल डिस्क होती है जिस पर रासायनिक पदार्थ लेपित होती है। ऑप्टिकल डिस्क एक इलेक्ट्रॉनिक सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस है। दुनिया का पहला ऑप्टिकल डिस्क 1960 में जेम्स टी. रसेल द्वारा बनाया गया था। ऑप्टिकल डिस्क को चुंबकीय डिस्क की तुलना में डेटा को पढ़ने और लिखने में अधिक समय लगता है, लेकिन ऑप्टिकल डिस्क में बड़ी मात्रा में डेटा संग्रहीत किया जा सकता है। ऑप्टिकल डिस्क में डेटा लिखने और पढ़ने के लिए लेजर बीम का उपयोग किया जाता है, इसलिए ऑप्टिकल डिस्क को लेजर डिस्क भी कहा जाता है।
1. ऑप्टिकल डिस्क तीन प्रकार की होती हैं:~
1. CD 2. DVD 3. Blu Ray Disk
1. CD :~ कॉम्पैक्ट डिस्क में डेटा स्टोर करने की क्षमता 700 MB है। कॉम्पैक्ट डिस्क छोटे और पोर्टेबल होते हैं। कॉम्पैक्ट डिस्क में डेटा लगभग 30 वर्षों तक संरक्षित रहता है। लेकिन इसकी सतह पर खरोंच/स्क्रैच आने के कारण डेटा को पढ़ना मुश्किल होता है। कॉम्पैक्ट डिस्क में डेटा को स्टोर करने के लिए इन्फ्रा रेड लेजर बिम का उपयोग किया जाता है। कॉम्पैक्ट डिस्क का उपयोग सॉफ्टवेयर, ऑडियो और वीडियो को स्टोर करने के लिए किया जाता है। कॉम्पैक्ट डिस्क में संग्रहीत डेटा को बदला या हटाया नहीं जा सकता है।
2. DVD :~ डीवीडी का पूरा नाम डिजिटल वर्सटाइल डिस्क है। डीवीडी और सीडी देखने में एक समान होते हैं। लेकिन डीवीडी की भंडारण क्षमता अधिक होती है। डीवीडी की भंडारण क्षमता 4.7 GB से 17 GB तक होती है। डीवीडी आमतौर पर फिल्मों को स्टोर करने के लिए उपयोग की जाती हैं।
3. Blu Ray Disk :~ ब्लू रे डिस्क एक प्रकार का ऑप्टिकल सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस होती है। जो देखने में cd और DVD की तरह होती है। ब्लू वायलेट लेजर किरणों का उपयोग ब्लू रे डिस्क में डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है। ब्लू-रे डिस्क की भंडारण क्षमता 25 GB से 250 GB तक होती है।
फ़्लैश ड्राइव/पेन ड्राइव
पेन ड्राइव दुनिया का सबसे लोकप्रिय और पोर्टेबल स्टोरेज डिवाइस है। पेन ड्राइव एक सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस या एक्सटर्नल स्टोरेज डिवाइस है। पेन ड्राइव का उपयोग USB (यूनिवर्सल सीरियल बस) पोर्ट के माध्यम से कंप्यूटर में प्लग करके किया जाता है। पेन ड्राइव का इस्तेमाल पर्सनल कंप्यूटर में डेटा को स्टोर और ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है। कंप्यूटर में पासवर्ड लगाने के लिए भी पेन ड्राइव का उपयोग किया जाता है। पेन ड्राइव में पुराने डेटा को हटाकर नए डेटा को बार-बार स्टोर किया जा सकता है। पेनड्राइव आकार में छोटा होता है और इसे जेब में रखकर आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। पेनड्राइव की स्टोरेज क्षमता बहुत अधिक होता है और इसकी गति बहुत तेज होता है।
मेमोरी कार्ड/फ़्लैश मेमोरी कार्ड
मेमोरी कार्ड को फ्लैश मेमोरी कार्ड भी कहा जाता है। मेमोरी कार्ड का उपयोग फोटो, वीडियो, संगीत/म्यूजिक, फाइल आदि जैसे डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है। मेमोरी कार्ड का उपयोग ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे मोबाइल फोन, कैमरा, म्यूजिक प्लेयर आदि में किया जाता है। मेमोरी कार्ड पेनड्राइव से आकार में छोटा होता है। मेमोरी कार्ड भी एक रीराइटेबल स्टोरेज डिवाइस है जिसमें डेटा को बार-बार मिटाया जा सकता है और नए डेटा को स्टोर किया जा सकता है।
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